PM Dhan Dhanya Krishi Yojana : केंद्र सरकार के द्वारा कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को मंजूरी दे दी गई है। पीएम धन धान्य कृषि योजना को 6 सालों के लिए लागू कर दिया गया है, इसके तहत हर साल सरकार के द्वारा 24000 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। जिसकी वजह से लगभग 1.7 करोड़ किसानों को इसका लाभ मिलने वाला है।
खास करके ग्रामीण में रहने वाले किसानों को बेहतर खेती करने के लिए सरकार के द्वारा प्रोत्साहन किया जाएगा। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना देश के 100 ऐसे जिलों में शुरू की जाएगी जहाँ फसल उत्पादन अपेक्षाकृत कम है। इस योजना का उद्देश्य 1.7 करोड़ किसानों की फसल उत्पादकता को बढ़ाना, सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाना और छोटे-बड़े कृषि लोन की व्यवस्था को आसान व मजबूत बनाना है।

पीएम धन धान्य कृषि योजना के तहत किसानों को विभिन्न प्रकार का लाभ जैसे की फसल विवधीकरण, टिकाऊ और जलवायु-लचीली खेती, फसल के बाद भंडारण क्षमता को बढ़ाना तथा किसानों के लिए वित्तीय सहायता आदि सहायता अथवा जानकारी दिया जाएगा। ताकि उनकी फसल और भी अच्छे ढंग से उत्पादन हो सके। PM Dhan Dhanya Krishi Yojana को लेकर और भी जानकारी चाहते हो, जैसे कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना क्या है, मुख्य उद्देश्य के बारे में, दस्तावेजों के बारे में, योग्यताओं और लाभ एवं विशेषताएं आदि के बारे में तो आर्टिकल को आखिरी तक पढ़ने का प्रयास करें।
Table of Contents
PM Dhan Dhanya Krishi Yojana : Overview
योजना का नाम | प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना |
घोषणा वर्ष | 2025 |
लाभार्थी | छोटे, सीमांत, भूमिहीन किसान, महिला व युवा किसान |
कुल ज़िले | 100 कम उत्पादन वाले कृषि जिले |
उद्देश्य | उत्पादन बढ़ाना, सिंचाई सुधारना, ऋण सहायता, भंडारण सुविधा |
मुख्य लाभ | आधुनिक खेती, तकनीकी सहायता, ऋण सुविधा, बाजार तक पहुँच |
प्रमुख फसलें | दलहन (तुअर, उड़द, मसूर), फल, सब्जियाँ आदि |
सहायता राशि | पात्र किसानों को सीधे खाते में आर्थिक सहायता (सरकारी प्रावधान अनुसार) |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन – नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन |
जरूरी दस्तावेज़ | पहचान पत्र, भूमि रिकॉर्ड, बैंक पासबुक, फोटो आदि |
कार्यवाही | वेरिफिकेशन → मंजूरी → लाभ ट्रांसफर |
शुरुआती चरण | पहले चरण में 100 कृषि पिछड़े जिलों को शामिल किया गया है |
PM Dhan Dhanya Krishi Yojana
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना को लेकर बताइए केंद्र सरकार के द्वारा 6 सालों के लिए इसको मंजूरी दे दी गई है। जी, हां किसानों के हित के लिए केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना को लाया गया है। वैसे देखा जाए तो केंद्र सरकार हर तरफ से प्रयास करती है, किसानों को किस तरह से आत्मनिर्भर की ओर ले जाया जा सके। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए केंद्र सरकार के द्वारा हर साल 24000 करोड रुपए खर्च करने वाली है और इसके माध्यम से लगभग 1.7 करोड़ किसानों को लाभ दिया जाएगा। इसकी शुरुआत पहले उन क्षेत्रों से किया जाएगा, जहां खेती के उत्पादन की कमी है।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना देश के 100 ऐसे जिलों में शुरू की जाएगी, जहाँ फसल उत्पादन अपेक्षाकृत कम है। इस योजना का उद्देश्य 1.7 करोड़ किसानों की फसल उत्पादकता को बढ़ाना, सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाना और छोटे-बड़े कृषि लोन की व्यवस्था को आसान व मजबूत बनाना है।
पीएम धन-धान्य कृषि योजना के मुख्य उद्देश्य
इसके मुख्य उद्देश्य को हमने नीचे बारीकी से बताने का प्रयास किया है, जो इस प्रकार से हैं:
- इस योजना का मकसद किसानों को सिर्फ एक ही फसल पर निर्भर रहने से बचाकर, अलग-अलग फसलों को उगाने के लिए प्रेरित करना है। इससे किसान ज्यादा फसलें उगाकर अच्छा दाम कमा सकेंगे और बाजार तक अपनी पैदावार आसानी से पहुँचा पाएंगे।
- यह योजना किसानों को मौसम के अनुसार खेती करने, पानी की बचत करने वाली तकनीक अपनाने और आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेगी, ताकि कम नुकसान में ज्यादा पैदावार हो सके।
- किसानों को खेती के लिए जरूरी मशीन, अच्छे बीज और नई तकनीकें आसानी से मिलें, इसके लिए योजना के तहत छोटे और लंबे समय के लिए कर्ज की सुविधा दी जाएगी।
- कई बार फसल कटने के बाद सही तरीके से भंडारण न होने पर नुकसान हो जाता है। इस योजना में पंचायत और ब्लॉक स्तर पर गोदाम, कोल्ड स्टोरेज और ढुलाई की अच्छी सुविधा दी जाएगी, जिससे फसल सुरक्षित रहे।
- इस योजना के जरिए ज्यादा से ज्यादा खेतों तक सिंचाई की सुविधा पहुँचाई जाएगी। साथ ही, पानी की बचत करने वाली आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे फसल की पैदावार भी बेहतर हो और पानी की बर्बादी भी न हो।
- किसानों को नई और आधुनिक कृषि मशीनों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि कम मेहनत में ज्यादा उपज मिल सके और खेती आसान हो जाए।
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के लिए योग्यताएं
- खास करके इस योजना के तहत छोटे किसान, भूमिहीन परिवार, महिला किसान एवं युवा किसानों को लाभ दिया जाएगा।
- प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना देश के 100 ऐसे जिलों में शुरू की जाएगी, जहाँ फसल उत्पादन अपेक्षाकृत कम है।
- इस योजना का उद्देश्य 1.7 करोड़ किसानों की फसल उत्पादकता को बढ़ाना, सिंचाई सुविधाओं को बेहतर बनाना और छोटे-बड़े कृषि लोन की व्यवस्था को आसान व मजबूत बनाना है।
PM Dhan Dhanya Krishi Yojana के महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- भूमि स्वामित्व दस्तावेज़
- बैंक खाता जानकारी
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- अन्य दस्तावेज़
PM Dhan Dhanya Krishi Yojana के तहत मिलने वाले लाभ
ग्रामीण समृद्धि और अनुकूलता निर्माण योजना के लाभ
- इस योजना से गाँवों में नई नौकरियाँ और रोजगार के साधन मिलेंगे, जिससे लोगों को शहरों की ओर पलायन करने की ज़रूरत नहीं होगी।
- योजना खासतौर पर छोटे किसान, भूमिहीन मजदूर, महिलाएँ और ग्रामीण युवा जैसे कमजोर वर्गों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।
- इससे गाँव के लोगों को खुद का छोटा-मोटा कारोबार शुरू करने में मदद मिलेगी और महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
- खेती-किसानी में आधुनिक तकनीक, मशीनें और नई विधियाँ लाई जाएंगी जिससे पैदावार भी बढ़ेगी और मेहनत भी कम लगेगी।
- पहले चरण में देश के 100 ऐसे जिलों में यह योजना शुरू की जाएगी जहाँ खेती की हालत कमजोर है।
दलहन में आत्मनिर्भरता मिशन के लाभ
- सरकार इन तीन प्रमुख दालों (तुअर, उड़द, मसूर दालों) की खेती को बढ़ावा देगी, जिससे इनका देश में उत्पादन और उपलब्धता बढ़ेगी।
- नेफेड और एनसीसीएफ जैसी सरकारी एजेंसियाँ सीधे किसानों से दालें खरीदेंगी, जिससे किसानों को फसल का सही दाम मिलेगा।
- इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और उन्हें अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में भटकना नहीं पड़ेगा।
- सरकार इस मिशन को पूरे 6 साल तक चलाएगी ताकि इसका फायदा ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुँच सके।
सब्जी और फल उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेष योजना के लाभ
- सब्जियों और फलों की पैदावार बढ़ाने के साथ-साथ इनके भंडारण और प्रोसेसिंग पर भी ध्यान दिया जाएगा।
- इस योजना से किसान अपनी सब्जी और फल उचित मूल्य पर बेच सकेंगे जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी।
- किसान उत्पादक संगठन (FPO) और सहकारी समितियों को भी इस योजना में जोड़ा जाएगा, जिससे छोटे किसान भी साथ मिलकर फायदा उठा सकें।
ग्रामीण क्रेडिट स्कोर योजना के लाभ
- अब गाँव में रहने वाले लोग और स्वयं सहायता समूह के सदस्य भी आसानी से बैंक से लोन ले सकेंगे।
- ग्रामीण क्रेडिट स्कोर के ज़रिए बैंक किसानों और छोटे व्यापारियों का रिकॉर्ड देख पाएंगे जिससे बिना गारंटी लोन मिलने में मदद होगी।
- इस योजना को सरकारी बैंक लागू करेंगे जिससे भरोसे के साथ ग्रामीण लोग इसका फायदा उठा सकेंगे।
PM Dhan Dhanya Krishi Yojana के लिए आवेदन कैसे शुरू करें?
प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के बारे में बात करें तो सरकार के द्वारा अभी इस योजना को लेकर घोषणा किया गया है। इसको लेकर अभी तक इसके ऑफिशल वेबसाइट का लॉन्च नहीं किया गया है। यदि आप आवेदन करना चाहते तो, नीचे दिए गए बातों को ध्यानपूर्वक से पढ़ें।
जो किसान इस योजना के लिए पात्र होंगे, उन्हें सरकार की ओर से पूरा लाभ दिया जाएगा। आवेदन की प्रक्रिया नीचे दी गई है:
- सबसे पहले अपने जिले या ब्लॉक के कृषि विभाग/कृषि अधिकारी से संपर्क करें।
- वहाँ से आवेदन पत्र प्राप्त करें और उसे ध्यान से भरें। साथ में ज़रूरी दस्तावेज़ जैसे पहचान पत्र, जमीन का कागज, बैंक पासबुक आदि लगाकर जमा करें।
- आपके दिए गए कागजातों की जाँच स्थानीय अधिकारी करेंगे और पुष्टि करेंगे कि आप योजना के योग्य हैं या नहीं।
- अगर आप पात्र पाए जाते हैं तो योजना के तहत मिलने वाला लाभ सीधे आपके खाते में भेजा जाएगा।
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FAQs On PM Dhan Dhanya Krishi Yojana
Q1: पीएम धन-धान्य कृषि योजना क्या है?
उत्तर: यह एक सरकारी योजना है जो देश के 100 ऐसे जिलों में लागू की जा रही है जहाँ फसल उत्पादन कम है। इसका उद्देश्य किसानों की उपज बढ़ाना, सिंचाई सुधारना और उन्हें आर्थिक सहायता देना है।
Q2: PM Dhan Dhanya Krishi Yojana का लाभ किन किसानों को मिलेगा?
उत्तर: वे किसान जो पात्रता मानदंडों पर खरे उतरते हैं और जिनके जिले इस योजना में शामिल हैं, उन्हें लाभ मिलेगा। खासतौर पर छोटे, सीमांत और भूमिहीन किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी।
Q3: PM Dhan Dhanya Krishi Yojana के तहत कौन-कौन से लाभ मिलेंगे?
फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए सहायता
सिंचाई और तकनीकी सुविधाएं
अल्पकालीन और दीर्घकालीन कृषि ऋण
भंडारण और प्रोसेसिंग की व्यवस्था
आधुनिक कृषि उपकरणों का सहयोग
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