Smart PDS Scheme 2025 : झारखंडवासियों को मिलेगा डिजिटल राशन, जी हां 1 सितंबर से स्मार्ट पीडीएस योजना को झारखंड के 24 जिलों में लागू किया जाएगा। वैसे मैं बता दूं कि अभी मात्र 6 जिलों में इसको लागू किया गया है। केंद्र सरकार के द्वारा दिया हुआ राशन हो या फिर राज्य सरकार के द्वारा दी गई राशन हो। उन्हें मिलते रहे, इसलिए इसकी शुरुआत की गई है। झारखंड में पीडीएस दुकानदारों की मनमानी रोकने के लिए और घोटाला रोकने के लिए सरकार के द्वारा चलाई गई एक महत्वपूर्ण योजना है।
राज्य सरकार 1 सितंबर से पूरे झारखंड के 24 जिलों में स्मार्ट पीडीएस योजना की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना के लागू होते ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जब भी किसी लाभार्थी को अनाज मिलेगा, उसकी पूरी जानकारी सीधे केंद्र सरकार तक रियल टाइम में पहुंच जाएगी। अनार से संबंधित भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार के द्वारा समय-समय पर इस प्रकार की कदम चलाई जाती है। देश के बहुत सारे ऐसे भी राज्य जहां पर Smart PDS System देखने को मिलता है। Smart PDS Scheme 2025 को लेकर हम डिटेल से जानकारी देने वाले हैं। जैसे कि स्मार्ट पीडीएस योजना क्या है, उद्देश्य के बारे में, और इससे जुड़े अपडेट को लेकर डिटेल से जानकारी देने वाले हैं।
Table of Contents
Smart PDS Scheme 2025 : Overview
योजना नाम | स्मार्ट पीडीएस योजना 2025 |
शुरूआत | 1 सितंबर 2025 |
लागू क्षेत्र | झारखंड के सभी 24 जिले |
वर्तमान स्थिति | 6 जिलों में लागू (पायलट) |
उद्देश्य | पारदर्शिता, भ्रष्टाचार पर रोक, सही राशन वितरण |
तकनीक | ई-पॉश मशीन, बायोमेट्रिक सिस्टम, रियल टाइम ट्रैकिंग |
लाभ | असली लाभार्थी को सही समय पर पूरा राशन |
ज़रूरी दस्तावेज़ | राशन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर |
शिकायत | मशीन न चले या राशन कम मिले तो शिकायत करें |
Smart PDS Scheme 2025
स्मार्ट पीडीएस योजना के बारे में बात करें तो सरकार के द्वारा चलाई गई एक ऐसी योजना है, जिसके माध्यम से राशन से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए इसकी शुरूआत किया गया है। इसकी बहुत सारे ऐसे भी राज्य है जो Smart PDS System को लागू करके रखे हैं। झारखंड में पीडीएस दुकानदारों की मनमानी अब जल्द ही इतिहास बनने वाली है। राज्य सरकार 1 सितंबर से पूरे झारखंड के 24 जिलों में स्मार्ट पीडीएस योजना की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना के लागू होते ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जब भी किसी लाभार्थी को अनाज मिलेगा, उसकी पूरी जानकारी सीधे केंद्र सरकार तक रियल टाइम में पहुंच जाएगी।
इससे केंद्र को यह सटीक जानकारी रहेगी कि किस जिले में, किस लाभुक को, कितनी मात्रा में और किस तारीख को अनाज वितरित हुआ है। इस तकनीकी पहल का मुख्य उद्देश्य है – पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ाना, ताकि जरूरतमंदों को समय पर और सही मात्रा में अनाज मिल सके, और कोई भी बिचौलिया या दुकानदार बीच में गड़बड़ी न कर सके।
अभी झारखंड के छह जिलों में लागू
फिलहाल झारखंड के छह जिलों — खूंटी, चतरा, गुमला, कोडरमा, लातेहार और सिमडेगा — में स्मार्ट पीडीएस योजना सफलता के साथ संचालित हो रही है। इसकी शुरुआत फरवरी महीने में खूंटी जिले से बतौर पायलट प्रोजेक्ट की गई थी। शुरुआती परिणाम इतने सकारात्मक रहे कि अप्रैल से इसका विस्तार अन्य पांच जिलों में भी कर दिया गया।
अब Smart PDS Scheme 2025 को सिर्फ अनाज वितरण तक सीमित नहीं रखा गया है। एफसीआई गोदाम से लेकर एसएफसी गोदाम और फिर पीडीएस दुकानों तक अनाज के हर चरण का रियल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिससे केंद्र सरकार को हर मूवमेंट की सटीक जानकारी मिलती है।
इस पारदर्शिता को और मजबूत करने के लिए हर पीडीएस दुकान पर ई-पॉश मशीनें (e-PoS machines) लगाई गई हैं। इनमें लगाया गया एडवांस सॉफ्टवेयर यह सुनिश्चित करता है कि किस लाभार्थी को, कितना अनाज, कब और कहां दिया गया — यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल रूप से रिकॉर्ड हो और कोई गड़बड़ी न हो।
इस तकनीकी बदलाव से सिस्टम में जवाबदेही बढ़ेगी, पारदर्शिता आएगी और कालाबाजारी पर लगाम लगेगी। झारखंड का सार्वजनिक वितरण तंत्र अब स्मार्ट बन रहा है — तेज, ट्रैकबल और भरोसेमंद।
स्मार्ट पीडीएस योजना के मुख्य उद्देश्य
स्मार्ट पीडीएस योजना (Smart PDS Yojana) का उद्देश्य पारंपरिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही लाकर गरीबों व जरूरतमंदों को समय पर और सही मात्रा में अनाज सुनिश्चित रूप से उपलब्ध कराना है। यह योजना तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार, कालाबाजारी और अनियमितता को खत्म करने के लिए बनाई गई है।
स्मार्ट पीडीएस योजना से लोगों को कैसे मिलेगा लाभ?
- अब राशन कार्ड लेकर लाइन में लगने पर ई-पॉश मशीन से अंगूठा लगाकर (बायोमेट्रिक सिस्टम) राशन मिलेगा। इससे फर्जीवाड़ा नहीं हो पाएगा और वही व्यक्ति को राशन मिलेगा जो असली लाभार्थी है।
- जैसे ही मशीन से अंगूठा लगेगा, उस दिन कितना राशन मिला, कौन-सा मिला, कब मिला — सबकी जानकारी मशीन से मिल जाएगी। किसी दुकानदार की मनमानी नहीं चलेगी।
- पहले दुकानदार कह देते थे कि “अनाज आया ही नहीं” या “खत्म हो गया”, अब ऐसा नहीं होगा। गोदाम से दुकान तक हर बोरी का हिसाब रियल टाइम में सरकार के पास रहेगा।
- अब सबकुछ कंप्यूटर और मशीन के माध्यम से होगा, जिससे कोई भी छल-कपट या चोरी नहीं कर सकेगा।
- अब कोई दुकानदार कमी नहीं कर पाएगा, क्योंकि मशीन पर पूरा रेकॉर्ड रहेगा कि आपको कितना मिलना है।
Smart PDS Scheme 2025 : लाभुकों के लिए जरूरी सुझाव
- राशन लेने जाते समय राशन कार्ड और आधार कार्ड जरूर साथ ले जाएं।
- अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर कराएं, ताकि राशन वितरण की जानकारी SMS से भी मिल सके।
- यदि दुकानदार मशीन का उपयोग न करे या कम राशन दे तो शिकायत जरूर दर्ज करें।
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