MP Bhawantar Yojana 2025 : मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा Bhawantar Yojana Registration की शुरुआत कर दी गई है, यानी की 3 अक्टूबर को ही भावांतर योजना के रजिस्ट्रेशन शुरू की गई है। भावांतर योजना की शुरुआत किसने के हित के लिए की गई एक महत्वपूर्ण योजना है। Bhawantar Yojana registration Last Date को लेकर बताया जा रहा है कि 17 अक्टूबर तक आप इसके लिए आवेदन कर सकते हो।
सरकार ने बागवानी करने वाले किसानों के लिए एक शानदार योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अगर किसानों को मंडी में उनके फलों या सब्जियों के दाम बहुत कम मिलते हैं, तो सरकार उनकी कुछ भरपाई करेगी। इस योजना के अंदर 21 प्रकार के फसलों को शामिल किया गया है। जब मंडी में सब्जियों और फलों के दाम गिर जाते हैं, तो सरकार किसानों को तय किए गए “संरक्षित मूल्य” (minimum assured price) के जरिए नुकसान से बचाएगी।
इसके अलावा, किसानों को खेती में विविधता लाने यानी अलग-अलग तरह की फसलें उगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा। MP Bhawantar Yojana 2025 को लेकर इस आर्टिकल के माध्यम से भावांतर योजना क्या है, Bhawantar Yojana Registration, इस संबंध महत्वपूर्ण दस्तावेज, इस संबंध महत्वपूर्ण तिथि, योग्यताएं, लाभ एवं विशेषताएं, किन फसलों के लिए लाभ मिलता है और आवेदन करने की प्रक्रिया को विस्तार पूर्वक हम बात करने वाले हैं।
Table of Contents
MP Bhawantar Yojana 2025 : Overview
योजना का नाम | भावांतर भुगतान योजना (Bhawantar Bhugtan Yojana) |
राज्य | मध्य प्रदेश |
लॉन्च करने वाली सरकार | मध्य प्रदेश सरकार (मुख्यमंत्री मोहन यादव) |
मुख्य उद्देश्य | किसानों को मंडी में फसल के कम दाम मिलने पर नुकसान की भरपाई करना |
लाभार्थी | राज्य के पंजीकृत किसान |
मुख्य फसलें | सोयाबीन, प्याज, लहसुन, मक्का, मूंग, उड़द, चना आदि |
पंजीयन की अवधि | 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक |
फसल विक्रय (बिक्री) अवधि | 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक |
रजिस्ट्रेशन माध्यम | ई-उपार्जन पोर्टल, एम.पी. किसान ऐप, ग्राम पंचायत / जनपद पंचायत / तहसील कार्यालय / सहकारी समिति केंद्र |
सशुल्क रजिस्ट्रेशन स्थान | एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), लोक सेवा केंद्र, निजी साइबर कैफे |
रजिस्ट्रेशन शुल्क | ₹50 (अधिकतम) |
जरूरी दस्तावेज़ | ई-उपार्जन रजिस्ट्रेशन नंबर, अनुबंध पर्ची, तौल पर्ची, भुगतान पत्रक, आधार कार्ड, किसान आईडी, बिक्री प्रमाण पत्र |
भुगतान की प्रक्रिया | फसल विक्रय के 15 दिनों के भीतर राशि सीधे किसान के आधार-लिंक बैंक खाते में |
सूचना का माध्यम | SMS अलर्ट, ग्राम पंचायत सूचना पटल, मंडी स्तर पर बैनर |
योजना का लाभ | किसानों को एमएसपी से कम दाम मिलने पर सरकार द्वारा अंतर राशि की भरपाई |
आधिकारिक वेबसाइट | http://mpeuparjan.nic.in |
MP Bhawantar Yojana 2025
भावांतर योजना की शुरुआत वर्ष 2025 के लिए सरकार के द्वारा शुक्रवार को ही घोषणा कर दिया गया है, यानी कि इसकी आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार की “भावांतर योजना” किसानों के हित में शुरू की गई एक बेहद लाभदायक पहल है। जैसा कि इसके नाम से ही साफ है — भावांतर यानी “दामों का अंतर”।
इस योजना के तहत अगर किसी किसान को उसकी फसल का दाम एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से कम मिलता है, तो सरकार उस अंतर की रकम खुद देगी। यानी मंडी में कम दाम मिलने पर भी किसान को उसकी फसल का उचित और तय मूल्य मिल सकेगा। इस तरह मुख्यमंत्री मोहन यादव की सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि किसानों को उनके मेहनत के पूरे दाम मिलें और उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके।
सरकार ने बागवानी करने वाले किसानों के लिए एक शानदार योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अगर किसानों को मंडी में उनके फलों या सब्जियों के दाम बहुत कम मिलते हैं, तो सरकार उनकी कुछ भरपाई करेगी।
भावांतर योजना का मकसद क्या है?
जब मंडी में सब्जियों और फलों के दाम गिर जाते हैं, तो सरकार किसानों को तय किए गए “संरक्षित मूल्य” (minimum assured price) के जरिए नुकसान से बचाएगी। इसके अलावा, किसानों को खेती में विविधता लाने यानी अलग-अलग तरह की फसलें उगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
भावांतर योजना में कौन-कौन सी फसलें शामिल हैं?
- कुल 21 फसलें — भिंडी, मिर्च, लौकी, करेला, पत्तागोभी, मूली, टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, गाजर, मटर, शिमला मिर्च, बैंगन, हल्दी, लहसुन, आम, किन्नू, अमरूद, लीची और बेर।
- यानि अगर इन फसलों के दाम मंडी में गिर जाते हैं, तो किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं — सरकार उनकी मदद के लिए तैयार है।
Bhawantar Yojana Registration Last Date
Bhawantar Yojana Registration को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा शुक्रवार को ही इसको लेकर घोषणा कर दिया गया है। जी हां, यानी की 3 अक्टूबर से इसकी रजिस्ट्रेशन शुरू कर दी गई है और अंतिम तिथि है आवेदन करने के लिए 17 अक्टूबर तय की गई है।
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए भावांतर योजना के तहत सोयाबीन फसल का पंजीयन शुरू कर दिया है। अगर आप भी इसमें शामिल होना चाहते हैं, तो ध्यान दें — पंजीयन की तारीख 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक तय की गई है। वहीं, फसल बेचने की अवधि 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक रहेगी।
Bhawantar Yojana Registration से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- किसान ई-उपार्जन पोर्टल या एम.पी. किसान ऐप के जरिए बिलकुल फ्री में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
- इसके अलावा, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, सहकारी समितियाँ और विपणन संस्थाओं के पंजीयन केंद्रों पर भी निःशुल्क पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है।
- अगर आप चाहें तो एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), लोक सेवा केंद्र या निजी साइबर कैफे में भी पंजीकरण करवा सकते हैं। इन जगहों सी रजिस्ट्रेशन करवाते हो तो ₹50 रजिस्ट्रेशन करने का लग सकता है।
कब मिलेगा पैसा?
- फसल बेचने के 15 दिनों के भीतर भावांतर की रकम सीधे किसान के आधार लिंक बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
- इसके अलावा सरकार की ओर से यह भी तय किया गया है कि जिन किसानों के मोबाइल नंबर सिस्टम में दर्ज हैं, उन्हें SMS के जरिए सूचना भेजी जाएगी। साथ ही, ग्राम पंचायतों और मंडियों में बैनर और नोटिस बोर्ड के माध्यम से भी जानकारी दी जाएगी ताकि कोई किसान जानकारी से वंचित न रहे।
- सरकार ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि किसानों का रजिस्ट्रेशन समय पर पूरा किया जाए और कोई दिक्कत न हो।
भावांतर योजना के लिए कौन-कौन से कागज़ जरूरी हैं
अगर आप भावांतर योजना में रजिस्ट्रेशन करने जा रहे हैं, तो पहले ये जरूरी कागज़ तैयार रखिए :
- ई-उपार्जन पोर्टल का रजिस्ट्रेशन नंबर
- अनुबंध पर्ची, तौल पर्ची, और भुगतान की रसीद
- फसल बेचने का प्रमाण पत्र (जब 4 महीने का भंडारण पूरा हो जाए)
- मोबाइल नंबर
- आधार कार्ड
- किसान आईडी कार्ड
इन सब दस्तावेज़ों के बिना आवेदन पूरा नहीं होगा, इसलिए इन्हें पहले से तैयार रखना बेहतर है।
भावांतर योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
Bhawantar Yojana Registration के लिए नीचे दिए गए बातों को ध्यानपूर्वक से पढ़े और फॉलो करें. जो इस प्रकार से हमने बताया है:
- सबसे पहले आपको भावांतर योजना की आधिकारिक वेबसाइट http://mpeuparjan.nic.in पर जाना होगा।
- यहां आपको “किसान पंजीकरण (Farmer Registration)” का ऑप्शन दिखेगा।
- अब अपनी फसल का सीजन (जैसे खरीफ या रबी) और साल चुनिए, फिर आगे बढ़िए।
- अब आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा।
- इसमें आपको अपनी समग्र आईडी, नाम, पता, और बाकी मांगी गई डिटेल भरनी होगी।
- ध्यान रहे, जो भी जानकारी भरें, वो बिलकुल सही हो — क्योंकि आगे चलकर इसी के आधार पर आपका आवेदन स्वीकृत होगा।
- अब अपना आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर और बैंक खाता नंबर डालिए।
- याद रखिए — सरकार की ओर से मिलने वाली भावांतर की रकम इसी खाते में भेजी जाएगी।
- इसलिए एक बार नंबर जरूर दोबारा चेक कर लें, ताकि कोई गलती न रह जाए।
- अब आपको अपनी खेती वाली जमीन की डिटेल देनी होगी।
- इसमें खसरा नंबर, गांव का नाम, और जमीन से जुड़ी अन्य जानकारी डालें।
- अगर आपके पास जमीन के दस्तावेज स्कैन फॉर्म में हैं, तो उन्हें भी अपलोड कर सकते हैं।
- फॉर्म भरने के बाद एक बार सारी जानकारी फिर से चेक कर लें।
- अगर कोई गलती रह गई तो भुगतान में दिक्कत आ सकती है। सब कुछ सही होने पर “सबमिट” पर क्लिक करें।
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FAQs : Bhawantar Yojana Registration
भावांतर योजना क्या है?
उत्तर: भावांतर योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक किसान हितैषी योजना है, जिसके तहत अगर किसान को उसकी फसल का दाम एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से कम मिलता है, तो सरकार उस कमी की भरपाई करती है। यानी मंडी में कम दाम मिलने पर भी किसान को पूरा भाव मिलता है।
भावांतर योजना का लाभ कौन-कौन ले सकता है?
उत्तर: इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश राज्य के पंजीकृत किसान ही उठा सकते हैं, जिन्होंने अपनी फसल ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्टर की है।
भावांतर योजना में रजिस्ट्रेशन कब तक किया जा सकता है?
उत्तर: सोयाबीन फसल के लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक तय की गई है। किसान इस अवधि में ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन कहां से किया जा सकता है?
उत्तर: किसान ई-उपार्जन पोर्टल, एमपी किसान ऐप, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, सहकारी समितियों या एमपी ऑनलाइन कियोस्क पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
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