PM Vishawakarma Yojana Training Centre List : मजदूरों के हित के लिए केंद्र सरकार के द्वारा विश्वकर्मा योजना की शुरुआत किया गया है। प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के तहत मजदूरों को ट्रेनिंग दिया जाता है, ट्रेनिंग के बाद टूल किट खरीदने के लिए 15000 तक की राशि दी जाती है। इसके अलावा इसके तहत बहुत कम ब्याज दर पर आप लोन भी ले सकते हो।
मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार के द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि कारीगरों और शिल्पकारों ट्रेनिंग देना ताकि उनके जीवन शैली और भी अच्छी हो सके। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना अब पूरे देश में ज़ोर-शोर से चल रही है। इस योजना के तहत अभी तक 7,925 ट्रेनिंग सेंटर और 376 प्रशिक्षण देने वाले संस्थान देशभर में काम कर रहे हैं। योजना का लाभ 31 राज्यों और 520 जिलों तक पहुँच चुका है।
ये आँकड़े बताते हैं कि यह योजना हमारे देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है और बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़कर अपना हुनर और रोज़गार बेहतर बना रहे हैं। PM Vishawakarma Yojana को लेकर डीटेल्स जानकारी देने वाले हैं जैसे प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना क्या है, इससे मिलने वाले लाभ एवं विशेषता के बारे में और PM Vishawakarma Yojana Training Centre List आदि चीजों को विस्तार पूर्वक से हम बताने का प्रयास करने वाले हैं।
Table of Contents
PM Vishawakarma Yojana Training Centre List – Overivew
योजना का नाम | प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) |
शुरुआत वर्ष | 2023 |
लाभार्थी | पारंपरिक कारीगर (बढ़ई, लोहार, मोची, दर्जी, कुम्हार, सुनार, चर्मकार आदि) |
मुख्य उद्देश्य | कौशल प्रशिक्षण, टूल किट सहायता और सस्ता ऋण उपलब्ध कराना |
ट्रेनिंग सेंटर्स | 7,925+ (देशभर में) |
प्रशिक्षण संस्थान | 376 (सरकारी/निजी संस्थाएँ) |
कुल बैच (2025 तक) | 40,088 (जिनमें से 371 अभी चल रहे हैं) |
कवरेज | 31 राज्य और 520 जिले |
टूल किट सहायता | ₹15,000 (प्रति लाभार्थी) |
ऋण सुविधा | ₹3 लाख तक, 5% ब्याज दर पर |
योजना अवधि | 2023–2028 (5 वर्ष) |
शीर्ष राज्य | कर्नाटक (9,000+ बैच), गुजरात, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर |
ऑनलाइन चेक करने की प्रक्रिया | आधिकारिक वेबसाइट |
PM Vishawakarma Yojana
हमारे देश के प्रधानमंत्री के द्वारा 2023 में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरूआत किया गया था, इस योजना को 5 सालों के लिए लागू किया गया है। जिसे जो मजदूर है, उन्हें लाभ मिल सके। पीएम विश्वकर्मा योजना को 2028 तक लागू किया गया है ताकि लोगों को इसके माध्यम से लाभ मिल सके। प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के तहत मजदूरों को ट्रेनिंग दिया जाता है, ट्रेनिंग के बाद टूल किट खरीदने के लिए 15000 तक की राशि दी जाती है। इसके अलावा इसके तहत बहुत कम ब्याज दर पर आप लोन भी ले सकते हो।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से जोड़ी महत्वपूर्ण बातें
- अभी तक इस योजना के अंतर्गत 7,925 प्रशिक्षण केंद्र और 376 ट्रेनिंग प्रोवाइडर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। योजना का संचालन देश के 31 राज्यों और 520 जिलों में किया जा रहा है, जिससे यह साफ़ झलकता है कि योजना का क्रियान्वयन ज़मीनी स्तर पर काफी प्रभावी ढंग से हो रहा है।
- आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक 40,088 ट्रेनिंग बैच संचालित किए जा चुके हैं, जिनमें से 371 बैच अभी भी चालू हैं। इन बैचों के माध्यम से लाखों कारीगरों को उनके पारंपरिक कौशल में आधुनिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
- राज्यवार अगर देखा जाए, तो कर्नाटक इस योजना में सबसे आगे है, जहाँ अब तक 9,016 बैच पूरे किए जा चुके हैं। इसके बाद गुजरात में 4,687, जम्मू-कश्मीर में 4,289, और राजस्थान में लगभग 3,675 बैच पूरे हो चुके हैं। वहीं, केरल, पंजाब, मणिपुर, लद्दाख और नागालैंड जैसे राज्यों में बैचों की संख्या सैकड़ों में है।
- कुछ राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों जैसे कि अंडमान-निकोबार, मिज़ोरम, पुडुचेरी, चंडीगढ़, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में ट्रेनिंग बैच या तो बहुत कम संख्या में चले हैं या फिर अभी तक कोई बैच शुरू ही नहीं हो पाया है। इससे स्पष्ट है कि योजना का असर भले ही व्यापक है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में इसे और मजबूत करने की ज़रूरत है।
प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना की शुरुआत केंद्र सरकार के द्वारा 2023 में किया गया था, इस योजना को 5 सालों के लिए लागू किया गया है यानी की 2028 तक इस योजना को लागू की गई है।
- इस योजना के तहत अभी तक 7,925 ट्रेनिंग सेंटर और 376 प्रशिक्षण देने वाले संस्थान देशभर में काम कर रहे हैं। योजना का लाभ 31 राज्यों और 520 जिलों तक पहुँच चुका है।
- प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के तहत मजदूरों को ट्रेनिंग दिया जाता है, ट्रेनिंग के बाद टूल किट खरीदने के लिए 15000 तक की राशि दी जाती है।
- इस योजना के तहत ₹300000 वह भी 5% के ब्याज दर पर मिल जाएगा।
- आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक 40,088 ट्रेनिंग बैच संचालित किए जा चुके हैं, जिनमें से 371 बैच अभी भी चालू हैं।
PM VishawaKarma Yojana Training Centre List को कैसे देखें?
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके जिले में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत कौन-कौन से ट्रेनिंग सेंटर बनाए गए हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले आपको योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- होमपेज पर पहुँचने के बाद “Dashboard” के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद एक नया पेज खुलेगा, जहाँ आपको “Training Centers” का विकल्प दिखाई देगा — उस पर क्लिक करें।
- अब आपके सामने पूरे देश की ट्रेनिंग सेंटर्स की राज्यवार और जिलेवार लिस्ट खुल जाएगी।
- आप इसमें अपने राज्य और जिले का नाम चुनकर देख सकते हैं कि आपके क्षेत्र में कौन-कौन से ट्रेनिंग संस्थान उपलब्ध हैं।
- लिस्ट में आपको निम्न जानकारी मिलेगी जैसे कि
- राज्य और ज़िले का नाम
- ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का नाम
- स्कीम कोड / सेक्टर
- कौन-कौन से ट्रेड्स में प्रशिक्षण दिया जा रहा है (जैसे – Barber, Electrician, Tailor, आदि)
- अगर आप चाहें तो “Focus Mode” पर क्लिक करके लिस्ट को फुल स्क्रीन में भी देख सकते हैं, जिससे पढ़ना आसान हो जाएगा।
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PM Vishawakarma Yojana Training Centre List : FAQs
पीएम विश्वकर्मा का प्रशिक्षण कितने दिन का है?
15 दिन से 30 दिन तक का प्रशिक्षण दिया जाता है, ट्रेड के अनुसार समय अलग-अलग हो सकता है।
पीएम विश्वकर्मा कौशल प्रशिक्षण के लिए कौन पात्र है?
18 वर्ष से ऊपर के वे लोग जो पारंपरिक कौशल (जैसे – बढ़ई, दर्ज़ी, लोहार, आदि) से जुड़े हैं और अभी सरकारी नौकरी में नहीं हैं।
PM Vishwakarma योजना में ट्रेनर की मुख्य भूमिका क्या होती है?
कारीगरों को प्रैक्टिकल व थ्योरी ट्रेनिंग देना, उनका कौशल निखारना और उन्हें टूल किट व फाइनेंशियल लिंकेज के लिए तैयार करना।
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